नागालैंड राज्य सरकार ने 7 जुलाई 2025 (सोमवार) को पूरे राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। यह अवकाश राज्य सरकार द्वारा स्थानीय परंपराओं, सांस्कृतिक आयोजन या धार्मिक उत्सव को ध्यान में रखते हुए घोषित किया गया है। यह निर्णय मुख्य सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना के माध्यम से सभी जिलों को सूचित किया गया है।
बताते चलें कि नागालैंड जैसे उत्तर-पूर्वी राज्यों में समय-समय पर स्थानीय परंपराओं और पर्वों के अनुसार छुट्टियों का प्रावधान किया जाता है, जो न केवल सामाजिक महत्व रखते हैं, बल्कि प्रशासनिक दृष्टिकोण से भी ज़रूरी माने जाते हैं। 7 जुलाई 2025 को घोषित यह सार्वजनिक अवकाश उसी परंपरा का हिस्सा है। इस दिन पूरे राज्य में अधिकांश राजकीय, अर्ध-राजकीय और शैक्षणिक संस्थान पूर्ण रूप से बंद रहेंगे।
किन-किन संस्थानों में रहेगा असर?
1. शैक्षणिक संस्थान: राज्य के सभी प्राथमिक, माध्यमिक, उच्चतर माध्यमिक स्कूल, निजी और सरकारी कॉलेज, विश्वविद्यालय एवं तकनीकी संस्थान पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। इस दौरान किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियाँ, परीक्षाएं या उपस्थिति की मांग नहीं की जाएगी।
2. बैंकिंग संस्थान: सरकारी बैंक जैसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूनियन बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक तथा सहकारी बैंक भी बंद रहेंगे। ग्राहक सेवाओं, पासबुक अपडेट, चेक क्लियरेंस, कैश डिपॉजिट और अन्य सुविधाएं प्रभावित रहेंगी।
3. सरकारी कार्यालय: राजस्व विभाग, शिक्षा विभाग, जिला मुख्यालय, स्वास्थ्य विभाग, ब्लॉक कार्यालय, ग्राम पंचायत और नगर निकाय सहित सभी कार्यालयों में सार्वजनिक अवकाश रहेगा। कर्मचारी इस दिन अनुपस्थित रहेंगे और किसी प्रकार की सरकारी प्रक्रिया या सेवा आम जनता को नहीं दी जाएगी।
आम जनता पर क्या असर पड़ेगा?
हालांकि आवश्यक सेवाएं जैसे पुलिस, बिजली, जलापूर्ति, फायर सर्विस, स्वास्थ्य सेवा और आपातकालीन सुविधाएं पूर्ववत कार्य करेंगी, लेकिन अन्य सार्वजनिक सेवाओं की उपलब्धता सीमित रहेगी। जो लोग बैंकिंग या किसी सरकारी दस्तावेजी प्रक्रिया के लिए योजना बना रहे थे, उन्हें अब 7 जुलाई की बजाय वैकल्पिक तारीख पर कार्य निपटाने की सलाह दी जाती है।
सार्वजनिक परिवहन – जैसे सरकारी बसें, ऑटो रिक्शा और निजी टैक्सी सेवा – आम दिनों की तुलना में कम मात्रा में उपलब्ध हो सकती हैं। इस कारण से नागरिकों को अपनी यात्राओं की पूर्व योजना बना लेना उचित होगा।
निष्कर्ष:
7 जुलाई 2025 को नागालैंड में घोषित सार्वजनिक अवकाश का उद्देश्य राज्य के सांस्कृतिक और प्रशासनिक महत्व को बनाए रखना है। यह न केवल एक दिन की छुट्टी है, बल्कि राज्य की सामाजिक विविधता और स्थानीय शासन की संवेदनशीलता को भी दर्शाता है। ऐसे में नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे इस दिन के अवकाश को ध्यान में रखते हुए अपनी सभी योजनाएं पुनः निर्धारित करें, ताकि किसी प्रकार की असुविधा न हो।