उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर एक और अहम कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि होमगार्ड और शिक्षक भर्ती में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए। यह फैसला महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
महिलाओं को मिलेगी विशेष वरीयता
मुख्यमंत्री योगी ने राज्य स्तर पर एक समीक्षा बैठक में यह स्पष्ट निर्देश दिए कि आगामी होमगार्ड भर्ती और शिक्षक पदों की भर्तियों में महिलाओं को वरीयता दी जाए। इसका उद्देश्य है:
- राज्य में महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देना
- महिलाओं की सरकारी सेवाओं में भागीदारी बढ़ाना
- आर्थिक आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाना
किस तरह मिलेगी वरीयता?
- आरक्षित सीटों के अलावा महिलाओं को अतिरिक्त अंक, अंतिम चयन सूची में प्राथमिकता, या सीटों का कोटा बढ़ाना जैसे विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
- महिलाओं को नजदीकी तैनाती, विशेष प्रशिक्षण, और सुविधा युक्त केंद्रों की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
शिक्षा विभाग में भी खुलेंगे अवसर
CM योगी ने निर्देश दिए हैं कि बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा और उच्च शिक्षा विभाग में भी आगामी शिक्षकों की भर्तियों में महिलाओं की भागीदारी को प्राथमिकता दी जाए। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को अवसर देने के लिए अलग से योजना बनाई जा रही है।
महिलाओं को क्या होगा फायदा?
- सरकारी नौकरी का सीधा मौका
- सुरक्षा बलों में भागीदारी, जिससे महिलाओं को सामाजिक सम्मान मिलेगा
- वेतन, भत्तों और स्थायित्व की गारंटी
- ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को मुख्यधारा से जोड़ना
निष्कर्ष:
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस निर्देश से साफ है कि उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं को प्रशासनिक, शैक्षणिक और सुरक्षा क्षेत्रों में सशक्त बनाने को लेकर गंभीर है। अगर आप महिला उम्मीदवार हैं और सरकारी सेवा में आने की तैयारी कर रही हैं, तो यह आपके लिए सुनहरा मौका हो सकता है।