दिल्ली सरकार ने राजधानी के अस्पतालों में कार्यरत नर्सों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को प्रमोशन देने की मंजूरी दे दी है। इस फैसले से हजारों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा जो वर्षों से पदोन्नति का इंतजार कर रहे थे। सरकार के इस निर्णय से न सिर्फ कर्मचारियों में उत्साह आया है, बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में भी सुधार आने की उम्मीद है।
क्या है फैसला?
दिल्ली सरकार ने हाल ही में एक अधिसूचना जारी कर यह स्पष्ट किया कि राजकीय अस्पतालों में कार्यरत नर्सिंग स्टाफ, टेक्निकल स्टाफ, और सपोर्टिंग स्टाफ को उनके कार्य अनुभव और योग्यता के आधार पर प्रमोशन दिया जाएगा। इसमें लगभग 3500 से अधिक कर्मचारी शामिल हो सकते हैं। इस प्रक्रिया में उन कर्मचारियों को वरीयता दी जाएगी, जो 10 साल या उससे अधिक समय से कार्यरत हैं।
किन-किन को मिलेगा लाभ?
- स्टाफ नर्स जिन्हें वरिष्ठ नर्स या हेड नर्स के पद पर प्रमोट किया जाएगा।
- वार्ड बॉय, लैब असिस्टेंट, फार्मासिस्ट, और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ।
- ग्रेड-IV से ग्रेड-III या ग्रेड-II में पदोन्नति मिलने की संभावना है।
क्यों लिया गया यह फैसला?
- दिल्ली सरकार के मुताबिक, लंबे समय से कर्मचारियों की पदोन्नति लंबित थी जिससे कर्मचारियों में असंतोष था।
- पदोन्नति मिलने से कर्मचारियों को वेतन वृद्धि, पद की गरिमा और नई जिम्मेदारियां मिलेंगी।
- यह फैसला स्वास्थ्य सेवाओं की मजबूती और सिस्टम को कुशल बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
इसका सीधा असर क्या होगा?
- कर्मचारियों में उत्साह और प्रेरणा का माहौल बनेगा।
- नई जिम्मेदारियों के साथ स्वास्थ्य सेवाएं और अधिक व्यवस्थित होंगी।
- नए पद खाली होने पर युवाओं को नई भर्तियों का मौका मिलेगा।
निष्कर्ष:
दिल्ली सरकार का यह कदम न सिर्फ पुराने कर्मचारियों को उनका हक देने वाला है बल्कि इससे स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता भी बेहतर होगी। यह एक सकारात्मक पहल है जो कर्मचारियों के मनोबल को बढ़ाने के साथ-साथ नई भर्तियों का रास्ता भी साफ कर सकती है।