दोस्तों यदि “Family ID” या “परिवार पहचान पत्र” का नाम सुना है और सोच रहे हैं कि आखिर यह होता क्या है? तो, चलिए आज इसे आसान भाषा में समझते हैं। दरअसल, Family ID एक ऐसा डिजिटल पहचान पत्र है जिसमें एक ही परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी एक ही यूनिक नंबर से जोड़ी जाती है। यह पहचान पत्र भारत सरकार और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई एक पहल है ताकि सभी नागरिकों को सरकारी योजनाओं और सेवाओं का डायरेक्ट और ट्रांसपेरेंट लाभ दिया जा सके। हर परिवार को एक यूनिक फैमिली आईडी नंबर दिया जाता है जिससे उस परिवार के सभी सदस्यों की पहचान, आय, उम्र, शिक्षा, योजना लाभ जैसी जानकारी जुड़ी रहती है।
बताते चलें कि Haryana और Uttar Pradesh जैसे राज्यों में इसे पहले ही लागू किया जा चुका है, और अब इसे पूरे भारत में विस्तार देने की योजना है। फैमिली आईडी से यह भी पता चल पाता है कि एक ही व्यक्ति को दो बार किसी योजना का लाभ न मिल जाए। इस डिजिटल व्यवस्था से सरकारी योजनाओं का लीकेज और फर्जीवाड़ा रुकता है, और जरूरतमंदों को सही समय पर सहायता मिलती है। कई राज्यों में अब सरकारी योजनाओं जैसे राशन कार्ड, छात्रवृत्ति, वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन आदि के लिए फैमिली आईडी जरूरी कर दी गई है।
Family ID के लिए कौन कर सकता है आवेदन और कैसे करें प्रक्रिया पूरी?
Family ID बनवाने के लिए कोई विशेष शैक्षणिक या आयु पात्रता नहीं है। कोई भी नागरिक जो भारत का निवासी है और उसके पास परिवार के सदस्यों के आधार कार्ड, पहचान पत्र और निवास प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज हैं, वह फैमिली आईडी के लिए आवेदन कर सकता है। फैमिली आईडी का निर्माण राज्य सरकार की पोर्टल या CSC केंद्र (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से किया जा सकता है। विशेष रूप से हरियाणा में इसे “परिवार पहचान पत्र” के नाम से जाना जाता है और उत्तर प्रदेश में यह “परिवार आईडी – समग्र योजना” का हिस्सा है।
आवेदन की प्रक्रिया बहुत ही सरल है। इसके लिए आपको आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा — जैसे कि हरियाणा के लिए https://meraparivar.haryana.gov.in या उत्तर प्रदेश के लिए https://familyid.up.gov.in। पोर्टल पर जाकर नया पंजीकरण करें, परिवार के मुखिया का आधार नंबर दर्ज करें और उसके बाद अन्य सदस्यों की जानकारी जोड़ें। साथ ही आवश्यक दस्तावेज जैसे राशन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, और पासपोर्ट साइज फोटो अपलोड करें। एक बार फॉर्म सबमिट हो जाने के बाद आपको एक 16 अंकों की Family ID नंबर मिलेगा जो भविष्य में हर सरकारी योजना में आपकी पहचान बनेगा।
फैमिली आईडी के फायदे और इसके बिना क्या नहीं होगा?
फैमिली आईडी के जरिए सरकार को हर परिवार की सामाजिक और आर्थिक स्थिति की जानकारी मिलती है, जिससे योजनाओं का लाभ अधिक सटीक और प्रभावी रूप से पहुंचाया जा सकता है। इसके फायदे सीधे नागरिक को मिलते हैं — जैसे कि राशन कार्ड बनवाना, स्कॉलरशिप लेना, सरकारी नौकरी की प्राथमिकता, बिजली-पानी कनेक्शन या पेंशन आदि में इसे मान्यता दी जाती है। कुछ योजनाओं में तो अब आवेदन तभी संभव है जब फैमिली आईडी प्रस्तुत की जाए।
अगर किसी के पास Family ID नहीं है, तो उसे कई योजनाओं से वंचित किया जा सकता है क्योंकि अब ये एक आवश्यक दस्तावेज के रूप में मान्य किया जाने लगा है। आने वाले समय में सभी राज्यों में इसे अनिवार्य कर दिया जाएगा ताकि हर परिवार का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार किया जा सके। इसलिए यह जरूरी है कि अगर आपने अब तक फैमिली आईडी नहीं बनवाई है, तो तुरंत आवेदन करें और खुद को डिजिटल भारत के साथ जोड़ें।