उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) अब कम क्षमता वाले घरेलू बिजली कनेक्शन पर अधिक बिजली उपयोग करने वालों की जांच करने जा रही है। इस संबंध में नगर निगम द्वारा सख्त आदेश जारी किया गया है। यह कदम उन उपभोक्ताओं पर नकेल कसने के लिए उठाया गया है जो घरेलू कनेक्शन लेकर व्यवसायिक कार्यों में बिजली का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं या निर्धारित लोड से अधिक उपभोग कर रहे हैं।
बताते चलें कि कई उपभोक्ता घरेलू श्रेणी में 1 किलोवाट या उससे कम का कनेक्शन लेते हैं, लेकिन घर में एयर कंडीशनर, मोटर, हीटर, या व्यवसायिक उपकरण चलाकर बिजली की अत्यधिक खपत करते हैं। इससे न केवल बिजली आपूर्ति प्रणाली पर भार पड़ता है बल्कि सरकार को राजस्व की भी हानि होती है। यही कारण है कि UPPCL ने अब ऐसे उपभोक्ताओं पर निगरानी तेज कर दी है और लोड का पुनर्मूल्यांकन करने का आदेश नगर निगम के सहयोग से लागू किया जा रहा है।
क्यों जरूरी हो गई है यह कार्रवाई?
पिछले कुछ वर्षों में यह देखने में आया है कि घरेलू उपभोक्ताओं के बिल तो कम आ रहे हैं, लेकिन बिजली की वास्तविक खपत बहुत अधिक हो रही है। खासकर नगरीय क्षेत्रों में बहुत से छोटे व्यापार या घर-आधारित उद्योग घरेलू कनेक्शन से चलाए जा रहे हैं। इससे न केवल बिजली की चोरी बढ़ती है बल्कि ट्रांसफॉर्मर पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे पावर ट्रिपिंग, फाल्ट और ब्लैकआउट जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।
राज्य सरकार और विद्युत विभाग को हर साल इससे करोड़ों रुपये का नुकसान होता है। इसलिए UPPCL ने यह कदम उठाया है कि वह ऐसे उपभोक्ताओं की जांच कर उचित दंड और सुधारात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करे। यह सुनिश्चित करेगा कि बिजली आपूर्ति व्यवस्थित और निष्पक्ष तरीके से हो।
किन उपभोक्ताओं पर होगी जांच?
- जिनका घरेलू कनेक्शन 1 किलोवाट से कम या समान है
- जिन उपभोक्ताओं की मासिक खपत असामान्य रूप से अधिक है
- जहाँ विद्युत मीटर रीडिंग और वास्तविक उपभोग में बड़ा अंतर पाया गया है
- व्यावसायिक गतिविधियां जैसे सिलाई केंद्र, दुकान, वर्कशॉप इत्यादि घरेलू कनेक्शन पर संचालित हो रहे हैं
- मल्टी-स्टोरी बिल्डिंग में एक ही कनेक्शन पर कई यूनिट चलाने वाले उपभोक्ता
- जिनके खिलाफ पहले से बिजली चोरी या नियमों के उल्लंघन की शिकायतें हैं
जांच प्रक्रिया कैसे होगी?
नगर निगम और UPPCL की संयुक्त टीमें घर-घर जाकर लोड सर्वेक्षण करेंगी। वे जांचेंगी कि:
- उपभोक्ता के पास कितने उच्च विद्युत उपभोग वाले उपकरण हैं (जैसे AC, गीजर, इंडक्शन, हीटर, मोटर आदि)
- वास्तविक खपत और घोषित लोड में कितना अंतर है
- कोई अवैध कनेक्शन या डायरेक्ट वायरिंग तो नहीं हो रही
- घर में किसी प्रकार का व्यवसायिक संचालन तो नहीं हो रहा
यदि इन बिंदुओं में गड़बड़ी पाई जाती है तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
क्या होगी कार्रवाई?
नगर निगम और UPPCL की टीमें सर्वेक्षण के माध्यम से ऐसे कनेक्शन की पहचान करेंगी। जिन उपभोक्ताओं के खिलाफ गड़बड़ी पाई जाती है:
- उनका लोड तुरंत बढ़ाया जाएगा और बिल संशोधित होगा
- अतिरिक्त बिलिंग या जुर्माना वसूला जाएगा
- घरेलू कनेक्शन हटाकर व्यवसायिक श्रेणी में बदला जाएगा
- बार-बार गड़बड़ी पाए जाने पर बिजली आपूर्ति काट दी जाएगी
- आवश्यकता पड़ने पर विद्युत अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही भी हो सकती है
उपभोक्ताओं के लिए जरूरी निर्देश:
- यदि आप घरेलू कनेक्शन पर उच्च बिजली उपकरण चला रहे हैं तो तुरंत लोड संशोधित कराएं
- व्यवसायिक कार्यों के लिए अलग से बिजली कनेक्शन लेना अनिवार्य है
- बिजली चोरी या गड़बड़ी से बचें – यह अपराध की श्रेणी में आता है और इसके लिए दंड का प्रावधान है
- मीटर रीडिंग और लोड की निगरानी नियमित रूप से कराते रहें
- बिजली बिल समय पर भरें और अपने कनेक्शन की स्थिति अपडेट रखें
बिजली चोरी पर क्या कहता है कानून?
बिजली अधिनियम 2003 के अनुसार यदि कोई उपभोक्ता बिजली चोरी करते हुए पाया जाता है या घरेलू कनेक्शन का दुरुपयोग करता है, तो उस पर न्यूनतम ₹10,000 से लेकर ₹2 लाख तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। गंभीर मामलों में कनेक्शन काटने के साथ-साथ जेल तक की सजा का प्रावधान है। साथ ही यदि कोई व्यक्ति डायरेक्ट सप्लाई ले रहा है तो उसे भी अपराध माना जाएगा और संबंधित अधिकारी तुरंत कार्रवाई के लिए अधिकृत होंगे।
किन जिलों में लागू हो रही है यह कार्रवाई?
फिलहाल यह योजना उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों – लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, बरेली और आगरा में लागू की गई है। पहले चरण में शहरों में सर्वे किया जाएगा, इसके बाद इसे ग्रामीण क्षेत्रों तक भी विस्तारित किया जाएगा। जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे सर्वेक्षण कार्य में पूरा सहयोग दें और स्थानीय अधिकारियों को नामित करें।
यदि आप निर्दोष हैं तो कैसे करें बचाव?
- अपने कनेक्शन का वास्तविक लोड जांचें और आवश्यकता अनुसार बढ़वाएं
- सभी बिल और भुगतान की रसीदें संभाल कर रखें
- यदि आपके पास उचित लोड है और फिर भी नोटिस मिलता है, तो UPPCL कार्यालय जाकर लिखित सफाई दें
- किसी भी सर्वेक्षण अधिकारी से पहचान पत्र मांगे और फॉर्मल निरीक्षण का रिकॉर्ड रखें
निष्कर्ष:
UPPCL की यह नई पहल बिजली आपूर्ति को सुचारु और पारदर्शी बनाए रखने के उद्देश्य से की गई है। अगर आप घरेलू बिजली कनेक्शन का प्रयोग तय सीमा से अधिक कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। समय रहते लोड में सुधार कराएं और नियमों का पालन करें, वरना भारी जुर्माना या कनेक्शन कटने जैसी कार्रवाई झेलनी पड़ सकती है। यह अभियान न केवल गड़बड़ियों पर लगाम लगाएगा, बल्कि ईमानदार उपभोक्ताओं को बेहतर और स्थिर बिजली सेवा सुनिश्चित करेगा।